Thursday, October 13, 2016

सुंदरकांड हरी ॐ शरण द्वारा https://youtu.be/Sr04_12itTE

रामचरितमानस संपूर्ण अर्थ सहित https://youtu.be/XPgnuucr9uM

नामु राम को कलपतरु कलि कल्यान निवासु।

जो सुमिरत भयो भाँग तें तुलसी तुलसीदासु॥26॥

भावार्थ:-कलियुग में राम का नाम कल्पतरु (मन चाहा पदार्थ देने वाला) और कल्याण का निवास (मुक्ति का घर) है, जिसको स्मरण करने से भाँग सा (निकृष्ट) तुलसीदास तुलसी के समान (पवित्र) हो गया॥26॥

No comments:

Post a Comment